विजली विभाग की उदासीनता , 11 हजार वाट की टूटी तार , एक बड़ा हादसा टला
अलीनगर
ब्यूरो अपडेट एम् राजा
*इतनी बड़ी लापरवाही क्या ये सोची समझी शाजिश तो नही ? विजली विभाग कियूं है चुप*
अलीनगर स्थित मेन चौक होते हुए घनी आबादी वाली क्षेत्रों से गुजरने वाली 11 हजार वाट की तार रविवार को दिन के करीब 11:30 बजे टूटने से आस पास खड़े लोगों में भगदड़ मच गयी। आस पास खड़े लोगों में किसी ने इस की सुचना रूपसपुर पॉवर स्टेशन को दी सुचना मिलते ही तत्काल पावर सप्लाई को बंद की गयी।एक बहुत बड़ा हादसा जो टलते टलते बचा जबकि मानव श्रृंखला की तैयारी को लेकर शिक्षक बच्चों को यहाँ वहां कर रहे थे। अब सवाल ये उठता है कि घनी आबादी से 11 हजार वाट की तार को कैसे ले जाया गया किस प्रकार इसे मान्यता मिली इतना ही नही आए दिन विजली विभाग की लापरवाही के उदाहरण देखने को मिलती है । कभी अर्थिंग में करेंट दौड़ता है तो कभी पॉवर को लोग तरसता है। 11 हजार की तार तो दौरादी गयी परंतु न जाल लगाया गया नही किसी प्रकार इसे सुरक्षित किया गया।उलटे जवाब में जेई चंडी चरण दास ने कहा जाल लगाने को कहा गया था पर आज तक नही लगा, जबकि विजली विभाग की लापरवाही वाली बातों से वो भी सहमत हैं पर क्या इनके सहमत रहने से इस तरह के हादसे की जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा ? अगर विजली विभाग अपने लापरवाही को जल्द से जल्द दुरुस्त नही करता है तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है और इसकी पूरी जिम्मेदारी विजली विभाग की होगी।
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